हलचल हलचल , पल पल हलचल ।
नभ में हलचल ,घर में हलचल ।।
पग पग ,दर दर ,सर सर थर थर ।
तू तू मैं मैं ,बस चल चल चल ।।
तू हठ ,तू हठ ,बस मैं बस मैं।
सकल धरा ,दलदल दलदल ।।
कैसे जीतूँ मैं बिना खेल ,कैसे होंगे सारे ये फ़ैल ।
मेवा मेरी, सेवा तेरी, इंजन रख ले पर बिना तेल ।।
आना जाना, ये शहर हाट ,बैठक चिंतन ।
बस काम नहीं बस कल कल कल ।।
थोडा थम लो ,थोडा रुक लो ,थोडा सोचो है क्या हासिल।
कल कोई और थमेगा डोर ,तो क्यूं माथे पे बल बल बल।।
नभ में हलचल ,घर में हलचल ।।
पग पग ,दर दर ,सर सर थर थर ।
तू तू मैं मैं ,बस चल चल चल ।।
तू हठ ,तू हठ ,बस मैं बस मैं।
सकल धरा ,दलदल दलदल ।।
कैसे जीतूँ मैं बिना खेल ,कैसे होंगे सारे ये फ़ैल ।
मेवा मेरी, सेवा तेरी, इंजन रख ले पर बिना तेल ।।
आना जाना, ये शहर हाट ,बैठक चिंतन ।
बस काम नहीं बस कल कल कल ।।
थोडा थम लो ,थोडा रुक लो ,थोडा सोचो है क्या हासिल।
कल कोई और थमेगा डोर ,तो क्यूं माथे पे बल बल बल।।
Sahi hai !
ReplyDeleteI read it 2wice and i found the hidden meaning.